अफीम - सरकारी लूट का बड़ा खेल

अफीम - सरकारी लूट का बड़ा खेल

अफीम - सरकारी लूट का एक खेल


राजस्थान के सफर में एक इनसे भी मुलाकात हुई,

इनके बारे में लाखों भ्रांतियां मौजूद हैं, लोगो को गजब डराया जाता है कि अफीम खतरनाक है, जबकि आप जब भी कोई अनुसंधान पत्र पढ़ेंगे तो पाएंगे कि असल इसके उलट है,

18 अमीर देशों ने "Licit opium cultivation club" बना रखा है, जहां का किसान बड़े आराम से अफीम की खेती कर सकता है,
बाकी दुनिया में ये अवैध है,

मुख्य तौर पर अफीम में 2 पदार्थ पाए जाते हैं
1 - Morphine.                2 - Codeine
ये दोनों ही चीज़े चाय और कॉफ़ी में भी पाई जाती हैं, लेकिन थोड़ी अलग form में।

फर्क ये है कि कॉफ़ी का असर बहुत कम समय तक रहता है और अफीम का लगभग 24 घण्टे तक,

इन दोनों ही केमिकल यानी morphine- codeine को WHO ने जीवन रक्षक दवाइयों में भी शामिल कर रखा है,
फिर महत्वपूर्ण सवाल ये है कि अफीम अवैध क्यों?

मुख्य तौर पर WHO की वजह से ही अफीम पर भारत में कठोर प्रतिबंध लगने शुरू हुए,
WHO को जब ध्यान से देखेंगे तो पता लगेगा कि ये दवाई निर्माता कंपनियों का समूह मात्र ही है, यहां शुरू होता है मुनाफे का खेल,

मुनाफा नंबर 1 - इसी खेत मे साधारण काली खसखस से पैदा होने वाली फसल को सिर्फ रंग बदल कर टेबलेट-कैप्सूल के रूप में बेचो और खरबो कमाओ।

मुनाफा नंबर 2 - दारू की बिक्री को बढ़ावा, दारू एक सिंथेटिक केमिकल है, जब अफीम एक herb है, अफीम कोई कहीं भी पैदा कर सकता है, आप इस से tax कमाई नही कर सकते जबकि दारू से आप खूब tax कमाई कर सकते हैं,

अफीम गाहे बगाहे सदियों से अनेको अनेक बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल हो रही है,
जैसे कि किसी भी तरह के दौरे
डायरिया
Chronic disease
Pain relievers
Natural energizer
Heart disease
यहां तक कि घुटनो के दर्द और कैंसर में भी इसका इस्तेमाल है।

अब इसकी कमी वो है इसकी आदत, इसका महँगा होना, महँगा इसे सरकार ने जान बूझ कर बनाया है और आदत वाली बात सही है,
अगर इंसान इसे अधिक मात्रा में लेगा तो आदत बन जाएगी, ठीक वैसे ही जैसे सिगरट, कॉफ़ी, दवाइयां इत्यादि।

अफगानिस्तान को तबाह करने का एक मुख्य कारण अफीम था, क्योंकि अफगान में कबीलाई राज होने के कारण वहां सरकार नाम की चीज़ नही थी, तो सबसे पहले तालिबान को साजिशन बदनाम करवाया गया, ठीक वैसे ही जैसे कोरिया के kim jong un को किया गया था,
जैसे ही इसने अमेरिका से समझौता किया वैसे ही इसको बदनाम करने वाली सारी खबरे बंद हो गई,
वरना हर शाम ये सनकी बादशाह, दुनिया खत्म करके सोता था,

मैं यहां अफीम का पक्षधर नही हूँ
लेकिन दुनिया की हर सरकार का मकसद देश वासियों के लिए काम करना नही होता बल्कि उन्हें बीमार करके उन्हें लूट कर, अपना साम्राज्य चलाना मात्र होता है,

इसलिए ये जानबूझ कर ऐसी भ्रांतियां फैलाते हैं ताकि लोग बेक़कुफ बने रहें।

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