विष्णुदत्त आत्महत्या प्रकरण में CBI जांच के आदेश नहीं दिए जाने पर RLP करेगी प्रदेशव्यापी बड़ा आंदोलन
बड़ी खबरविष्णुदत्त आत्महत्या प्रकरण में CBI जांच के आदेश नहीं दिए जाने पर RLP करेगी प्रदेशव्यापी बड़ा आंदोलन
राजगढ़ सीआई विष्णुदत्त विश्नोई आत्महत्या प्रकरण, हनुमान बेनीवाल के आहवान पर प्रदेशभर में रालोपा कार्यकर्ताओं ने सीबीआई जांच के लिए मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, प्रकरण में 5 दिन बाद तक कोई खुलासा नहीं होना कई पेचीदगियां खड़ी करता है
राजस्थान. बीते शनिवार चुरू जिले के राजगढ थानाप्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई द्वारा की गई आत्महत्या का मामला इन दिनों सियासी सुर्खियों में है. इस आत्महत्या प्रकरण को लेकर नागौर सांसद व रालोपा मुखिया हनुमान बेनीवाल शुरूआत से ही सीबीआई जांच की मांग कर रहे है. सांसद बेनीवाल इस प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिख चुके है, वहीं ट्वीटर पर सीबीआई जांच की मांग के लिए आॅनलाइन अभियान भी चला चुके है जो कि मंगलवार को देश के टॉप ट्वीटर ट्रेंड में से एक रहा था. इसी कडी में बीते दिन प्रदेशभर में रालोपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालयों पर सीबीआई जांच की मांग के लिए सीएम गहलोत के नाम कलेक्टर्स को ज्ञापन सौंपा.
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने बुधवार पार्टी के मुखिया व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के आह्वान पर जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन दिए. रालोपा पार्टी के सदस्यों द्वारा सीएम गहलोत के नाम दिए ज्ञापन में थानाप्रभारी विष्णु दत्त पर मानसिक तनाव के कारणों का हवाला देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग के लिए सीबीआई से तफ्तीश करवाने की मांग की गई.
प्रदेशभर में आरएलपी द्वारा मुख्यमंत्री गहलोत के नाम ज्ञापन दिए जाने पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जिन परिस्थितियों में विष्णु दत्त ने आत्महत्या की उस पर बहुत बड़ा सवाल राजस्थान की जनता के मन में है. जिला पुलिस अधीक्षक को भी उन्होंने मानसिक दबाव का हवाला दिया. इसके साथ ही रोजनामचे की रपट में भी उन्होंने समय-समय पर उन पर व्याप्त मानसिक दबाव का हवाला दिया. ऐसे में जिन परिस्थितियों के रहते हुए उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया उसकी निष्पक्ष जांच अत्यंत आवश्यक है.
इसके साथ ही हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राज्य सरकार की कोई भी एजेंसी इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर पाएगी, इसलिए मुख्यमंत्री को नैतिकता के नाते इस प्रकरण की जांच सीबीआई को प्रेषित कर देनी चाहिए.
सांसद हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि इस मामले में सरकार ने शीघ्रता से कोई निर्णय नहीं लिया तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बड़े आंदोलन की रणनीति बनायेगी.
सांसद बेनीवाल ने कहा कि मामले में 4 दिन से भी अधिक का समय व्यतीत हो जाने के बावजूद किसी भी स्तर पर कोई खुलासा नहीं होना और चूरू के जिला पुलिस अधीक्षक को अभी तक नहीं हटाना मामले में कई तरह की पेंचीदगीया खड़ी कर सकता है.
ऐसे में सरकार को एसपी को या तो छुटी पर भेज देना चाहिए या फिर कोई नया एसपी चुरू में लगा देना चाहिए.
राजगढ़ सीआई विष्णुदत्त विश्नोई आत्महत्या प्रकरण, हनुमान बेनीवाल के आहवान पर प्रदेशभर में रालोपा कार्यकर्ताओं ने सीबीआई जांच के लिए मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, प्रकरण में 5 दिन बाद तक कोई खुलासा नहीं होना कई पेचीदगियां खड़ी करता है
राजस्थान. बीते शनिवार चुरू जिले के राजगढ थानाप्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई द्वारा की गई आत्महत्या का मामला इन दिनों सियासी सुर्खियों में है. इस आत्महत्या प्रकरण को लेकर नागौर सांसद व रालोपा मुखिया हनुमान बेनीवाल शुरूआत से ही सीबीआई जांच की मांग कर रहे है. सांसद बेनीवाल इस प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिख चुके है, वहीं ट्वीटर पर सीबीआई जांच की मांग के लिए आॅनलाइन अभियान भी चला चुके है जो कि मंगलवार को देश के टॉप ट्वीटर ट्रेंड में से एक रहा था. इसी कडी में बीते दिन प्रदेशभर में रालोपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालयों पर सीबीआई जांच की मांग के लिए सीएम गहलोत के नाम कलेक्टर्स को ज्ञापन सौंपा.
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने बुधवार पार्टी के मुखिया व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के आह्वान पर जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन दिए. रालोपा पार्टी के सदस्यों द्वारा सीएम गहलोत के नाम दिए ज्ञापन में थानाप्रभारी विष्णु दत्त पर मानसिक तनाव के कारणों का हवाला देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग के लिए सीबीआई से तफ्तीश करवाने की मांग की गई.
प्रदेशभर में आरएलपी द्वारा मुख्यमंत्री गहलोत के नाम ज्ञापन दिए जाने पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जिन परिस्थितियों में विष्णु दत्त ने आत्महत्या की उस पर बहुत बड़ा सवाल राजस्थान की जनता के मन में है. जिला पुलिस अधीक्षक को भी उन्होंने मानसिक दबाव का हवाला दिया. इसके साथ ही रोजनामचे की रपट में भी उन्होंने समय-समय पर उन पर व्याप्त मानसिक दबाव का हवाला दिया. ऐसे में जिन परिस्थितियों के रहते हुए उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया उसकी निष्पक्ष जांच अत्यंत आवश्यक है.
इसके साथ ही हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राज्य सरकार की कोई भी एजेंसी इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर पाएगी, इसलिए मुख्यमंत्री को नैतिकता के नाते इस प्रकरण की जांच सीबीआई को प्रेषित कर देनी चाहिए.
सांसद हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि इस मामले में सरकार ने शीघ्रता से कोई निर्णय नहीं लिया तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बड़े आंदोलन की रणनीति बनायेगी.
सांसद बेनीवाल ने कहा कि मामले में 4 दिन से भी अधिक का समय व्यतीत हो जाने के बावजूद किसी भी स्तर पर कोई खुलासा नहीं होना और चूरू के जिला पुलिस अधीक्षक को अभी तक नहीं हटाना मामले में कई तरह की पेंचीदगीया खड़ी कर सकता है.
ऐसे में सरकार को एसपी को या तो छुटी पर भेज देना चाहिए या फिर कोई नया एसपी चुरू में लगा देना चाहिए.
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