सीआई विष्णुदत्त विश्नोई आत्महत्या मामले में नया मोड़, सनसनीखेज खुलासा
जयपुर: चूरू के राजगढ़ में एसएचओ विष्णुदत्त विश्नोई की आत्महत्या के मामले में डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि विष्णुदत्त विश्नोई बेस्ट पुलिसकर्मियों में से एक थे, यह पुलिस विभाग के लिए एक बड़ा लॉस है.
सीआई विष्णुदत्त विश्नोई चूरू के राजगढ़ थाने में एसएचओ थे. शुक्रवार को इलाके में हुई एक हत्या के मामले में देर रात तक वह जांच कर रहे थे और उसके बाद में अपने सरकारी क्वार्टर में पहुंचे और वहां पर आत्महत्या कर ली. सीआई विष्णुदत्त विश्नोई ने दो सुसाइड नोट भी लिखे हैं. एक में एसपी को संबोधित करते हुए उन्होंने तनाव और अपने ऊपर बढ़ता दबाव आत्महत्या का कारण बताया. वहीं उन्होंने यह भी लिखा कि वह कायर नहीं हैं, लेकिन मजबूरी के चलते यह कदम उठाना पड़ रहा है. वहीं, दूसरा पत्र उन्होंने अपने माता-पिता को संबोधित करते हुए लिखा हालांकि उन्होंने किसी पर भी आरोप नहीं लगाया.
आत्महत्या की घटना के बाद में एक सोशल एक्टिविस्ट ने एक दिन पहले व्हाट्सएप पर हुई चैट वायरल की, जिसमें लिखा था कि विष्णु दत्त शर्मा दबाव में है और वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेना चाहते हैं. सोशल एक्टिविस्ट का आरोप है कि विष्णुदत्त शर्मा ने दबाव में आकर आत्महत्या की है, जिसकी जांच की जानी चाहिए. घटना के बाद में राजगढ थाने के बाहर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ भी जमा हो गई, जिन्होंने मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की.
डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि विष्णुदत्त विश्नोई बेस्ट पुलिसकर्मियों में से एक थे. प्रदेश का हर पुलिस अधिकारी उन्हें अपनी टीम में लेना चाहता था. पूरा पुलिस विभाग उनकी मौत से दुखी है. हालांकि कुछ लोग सीआई की मौत पर विवाद भी खड़ा कर रहे हैं. डीजीपी ने साफ किया कि सीआई को पुलिस अधिकारियों ने किसी भी तरह का नोटिस नहीं दिया था, बल्कि हर कोई उनके अच्छे काम की तारीफ ही करता था.
डीजीपी ने बताया कि आईजी रेंज और प्रभारी एडीजी राजीव शर्मा मौके पर गए हैं. वहीं, मामले की जांच क्राइम ब्रांच को दी गई है. क्राइम ब्रांच की ओर से एसपी विकास शर्मा जांच के लिए जयपुर से रवाना हो गए हैं. जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही मामले की स्थिति साफ हो पाएगी. क्राइम ब्रांच एडीजी बीएल सोनी मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
सीआई विष्णुदत्त विश्नोई चूरू के राजगढ़ थाने में एसएचओ थे. शुक्रवार को इलाके में हुई एक हत्या के मामले में देर रात तक वह जांच कर रहे थे और उसके बाद में अपने सरकारी क्वार्टर में पहुंचे और वहां पर आत्महत्या कर ली. सीआई विष्णुदत्त विश्नोई ने दो सुसाइड नोट भी लिखे हैं. एक में एसपी को संबोधित करते हुए उन्होंने तनाव और अपने ऊपर बढ़ता दबाव आत्महत्या का कारण बताया. वहीं उन्होंने यह भी लिखा कि वह कायर नहीं हैं, लेकिन मजबूरी के चलते यह कदम उठाना पड़ रहा है. वहीं, दूसरा पत्र उन्होंने अपने माता-पिता को संबोधित करते हुए लिखा हालांकि उन्होंने किसी पर भी आरोप नहीं लगाया.
आत्महत्या की घटना के बाद में एक सोशल एक्टिविस्ट ने एक दिन पहले व्हाट्सएप पर हुई चैट वायरल की, जिसमें लिखा था कि विष्णु दत्त शर्मा दबाव में है और वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेना चाहते हैं. सोशल एक्टिविस्ट का आरोप है कि विष्णुदत्त शर्मा ने दबाव में आकर आत्महत्या की है, जिसकी जांच की जानी चाहिए. घटना के बाद में राजगढ थाने के बाहर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ भी जमा हो गई, जिन्होंने मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की.
डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि विष्णुदत्त विश्नोई बेस्ट पुलिसकर्मियों में से एक थे. प्रदेश का हर पुलिस अधिकारी उन्हें अपनी टीम में लेना चाहता था. पूरा पुलिस विभाग उनकी मौत से दुखी है. हालांकि कुछ लोग सीआई की मौत पर विवाद भी खड़ा कर रहे हैं. डीजीपी ने साफ किया कि सीआई को पुलिस अधिकारियों ने किसी भी तरह का नोटिस नहीं दिया था, बल्कि हर कोई उनके अच्छे काम की तारीफ ही करता था.
डीजीपी ने बताया कि आईजी रेंज और प्रभारी एडीजी राजीव शर्मा मौके पर गए हैं. वहीं, मामले की जांच क्राइम ब्रांच को दी गई है. क्राइम ब्रांच की ओर से एसपी विकास शर्मा जांच के लिए जयपुर से रवाना हो गए हैं. जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही मामले की स्थिति साफ हो पाएगी. क्राइम ब्रांच एडीजी बीएल सोनी मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
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